1/17/2021

ध्यान

ध्यान संपूर्ण विश्राम है; कुछ भी नहीं चाहना, कुछ भी नहीं होना, कुछ भी नहीं करना; फिर भी अनायास ही पूरी तरह से सतर्क होना।

-गुरुदेव श्री श्री रविशंकर

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