2/28/2020
post 6
Enlightenment means to know thy Self - to know, "Who am I."
This is Enlightenment. This is Wisdom. This is Bliss.
This is Existence. This is Being. This is Truth.
This truth is not located at a distance - it is your own Self through which you are searching for truth and freedom.
post 1
शुद्धता अन्तस की होनी चाहिए, अन्तस शुद्ध होगा तो हम जो भी करेंगे वो पुण्य ही होगा, शुद्ध अन्तस से पाप हो ही नहीं सकता । और यदि अन्तस शुद्ध नहीं है तो हम जो भी करेंगे वो गलत ही होगा, पूण्य भी करना चाहेंगे तो भी ग़लत ही होगा, अशुद्ध अन्तस पूण्य सम्भव ही नहीं है । अन्तस की शुद्धता पूजा पाठ से, धर्म स्थलों पर जाने से, तीर्थ यात्रा पर जाने से, धर्म शास्त्रों के अध्ययन से सम्भव नहीं है । अन्तस शुद्ध होता है ध्यान से, प्रेमपूर्ण चित्त से, करूणा से। प्रेमपूर्ण, करूणावान , और ध्यानस्थ चित्त से ही अन्तस शुद्ध होता है ।
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